अलीगढ़: एसएसपी से महिलाओं की शिकायत, धरने पर नहीं गईं तो लोगों ने घर में घुसकर की मारपीट - DIGITAL MIRROR

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अलीगढ़: एसएसपी से महिलाओं की शिकायत, धरने पर नहीं गईं तो लोगों ने घर में घुसकर की मारपीट


अलीगढ़ के शाहजमाल मोहल्ले की मुस्लिम महिलाओं ने आरोप लगाया है कि सीएए विरोधी धरने पर जबरन ले जा रहे लोगों की बात नहीं मानने पर उन्हें घर में घुसकर मारापीटा गया। यह महिलाएं बुधवार को एसएसपी के पास पहुंचीं और इस संबंध में लिखित शिकायत दी है, जिसमें कहा है कि आरोपियों ने मारपीट के दौरान देशद्रोही नारे भी लगाए। एसएसपी ने मामले में जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं। 
 

शाहजमाल की रहने वाली मीना बेगम ने शिकायत में कहा है कि तीन फरवरी की शाम को चार बजे उसके पति निजाम खां अपने घर के अंदर थे। तभी आरोपी आए और कहा कि अपनी पत्नी को धरने पर भेज दो। कल काफी औरतों को ले जाएंगे और पुलिस प्रशासन से आरपार की लड़ाई लड़ेंगे। 

पति ने मना किया तो आरोपी ने घर के बाहर खड़े अन्य हमलावरों को घर के अंदर बुला लिया और गाली गलौज शुरू कर दी। विरोध करने पर मारपीट शुरू कर दी। मीना ने बताया कि 8-10 लोग घर में आए थे और कहा कि धरने पर चलो और हिंदुस्तान मुर्दाबाद, पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाओ। 

वो लोग धरने पर शामिल होने के लिए जबरदस्ती दबाव बना रहे हैं। एक अन्य महिला शाहजमाल की रहने वाली रेहाना ने कहा कि आरोपी उसके घर आए और कहा कि धरने पर चलो और नारे लगाओ हिंदुस्तान मुर्दाबाद कहो। मना किया तो मारपीट शुरू कर दी। 

शिकायत आई है जांच कर कार्रवाई करेंगे: एसएसपी
इस संबंध में एएसपी मुनिराज ने कहा कि कुछ महिलाएं शाहजमाल देहली गेट से हमारे पास आई थीं जिन्होंने जबरन धरने पर ले जाने की बात कही। इस संबंध में लिखित में शिकायत भी की है। हम इस मामले में जांच कर कार्रवाई करेंगे। 


सच्चाई सामने आ गई, शांति व्यवस्था भंग करने की साजिश है: विधायक



एसएसपी से मिलने पहुंचे शहर विधायक संजीव राजा ने कहा कि सच्चाई सामने आ रही है कि वर्ग विशेष में सीएए का कोई विरोध नहीं है, बल्कि चंद लोग प्रदेश के साथ-साथ देश की भी शांति व्यवस्था को भंग करना चाहते हैं। इन महिलाओं के बयान के आधार पर सभी लोग समझ गए हैं कि महिलाएं अपनी मर्जी से नहीं बैठ रहीं। 

बल्कि सरकार का विरोध करने के लिए लालच देकर, डरा धमका कर धरने पर भेजा जा रहा है। इन महिलाओं की लिखित शिकायत मिली है। एसीएम द्वितीय और सीओ सिविल लाइन को भी कुछ महिलाओं ने इसी तरह की बातें कही हैं। यह प्रमाण है कि सीएए का विरोध जानबूझकर अशांति फैलाने के लिए किया जा रहा है। हम वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बातचीत करके इसमें कार्रवाई करवाएंगे।



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